दिल्ली-यूपी बार्डर पर वाहनों की लगी कतार; मेरठ में पसरा सन्नाटा, ज्यादातर मेडिकल स्टोर भी बंद

कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेश सरकार ने यूपी के मेरठ, गौतमबुद्धनगर (नोएडा/ग्रेटर नोएडा) समेत 16 जिलों को लॉक डाउन कर दिया है। इसके चलते शहरों की सीमाएं सील कर दी गई है। सोमवार की सुबह लोगों ने रोजमर्रा की चीजों की खरीदारी की और फिर घरों की तरफ चले गए। मेरठ शहर में सन्नाटा पसरा है। लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बाजार पूरी तरह बंद है। सरकार ने दूध, सब्जी और मेडिकल स्टोर खोलने की छूट दी हैं लेकिन शहर के अधिकतर मेडिकल स्टोर अभी बंद है। वहीं, दिल्ली बॉर्डर पर गाड़ियों की लंबी कतार लगी हुई है। 




 




मेरठ में स्थानीय पुलिस प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह अपने घरों से बाहर नहीं निकले। अति आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकले। लॉक डाउन के दौरान अस्पतालों में ओपीडी भी प्रभावित है। अस्पतालों में केवल इमरजेंसी में ही मरीजों को देखने की व्यवस्था की गई है। लॉक डाउन के चलते लोग घरों से बाहर तो नहीं निकल रहे हैं लेकिन अपने आसपास के लोगों से फोन पर जरूर हालचाल जान रहे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि उन्हें घर से बाहर निकलना चाहिए या नहीं। कुछ लोग लॉक डाउन के बावजूद घरों से निकलकर सड़कों पर आ रहे हैं, ऐसे लोगों को पुलिस वापस घर जाने के निर्देश दे रही है। 



नोएडा में कई कंपनियां खुली, बार्डर सील होने से परेशानी
वहीं, कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए यूपी व दिल्ली दोनों में ही लॉकडाउन कर दिया गया है। लेकिन शहर की अधिकांश औद्योगिक इकाईयां खुली है। आईटी कंपनियां खुली है। यहां काम करने वाले लोग दिल्ली में रहते हैं। यह सभी लोग तय समय पर अपने आफिस के लिए निकले। बार्डर सील होने की वजह से यहा भीषण जाम लग गया। नोएडा से सटे बार्डरों को दिल्ली ने सील कर दिया है। सिर्फ उन्हीं लोगों को जाने दिया जा रहा है जो जरूरी सर्विस में आते हैं। कमोवेश यूपी में भी यही स्थिति है। लेकिन कंपनियां खुली होने की वजह से यहा यह स्थिति हो गई। पीक आवर में बार्डर, हरिदर्शन, झुंड पुरा, डीएनडी के अलावा सभी छोटे बड़े प्वाइंट से लोग नोएडा में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में यहा जाम की स्थिति बन गई है। यहा खड़े पुलिस कर्मी लोगों को समझा रहे हैं। इसका असर भी होता नहीं दिख रहा। 


कंपनियों से कर्मचारी कर रहे शिकायत


जाम में फंसे कर्मचारियों ने बताया कि उनके आफिसों से किसी तरह की मेल या एसएमएस नहीं आया है। ऐसे में वह कंपनी जा रहे हैं। जबकि सरकार का निर्देश है कि सिर्फ जरूरी दुकानें या आईटी की सेवाएं देने वाली कंपनियां खोली जाएंगी। उधर, प्रबंधकों का कहना है कि रविवार व जनता कर्फ्यू होने की वजह से मेल व एसएमएस नहीं दिया जा सका। बहरहाल स्थिति से निपटने के लिए सरकारों की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं।


31 मार्च तक बंद रहेगी मेट्रो सेवा
नोएडा में मेट्रो सेवाओं के अलावा सिटी बस सर्विस का संचालन भी 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। इस दौरान जरूरी सामानों जैसे मेडिकल स्टोर व खाने पीने, सब्जियों की दुकान खोली जा सकती है। इसके इतर जनता कर्फ्यू के दौरान रविवार को विभिन्न प्रमुख मार्गों, मेट्रो स्टेशन, व्यावसायिक स्थल, रेजिडेंशियल सोसाइटी, गांवों इत्यादि में सैनेटाईजेशन का कार्य किया जा रहा है।